Tag: आयुर्वेदिक काढ़ा

  • बालों के लिए आयुर्वेदिक तेल बनाने का फार्मूला !!

    बालों के लिए आयुर्वेदिक तेल बनाने का फार्मूला !!

    आजकल बालों में लगाने वाले सभी आयुर्वेदिक या अन्य पैठी में बिक रहे हेयर ऑयल रसायनिक पदार्थों से निर्मित किए जा रहे हैं। आप घर में निम्नलिखित सामग्री मंगवाकर हेयर ऑयल घर में बनाने का प्रयास कर सकते हो। Bhringraj 50 gm, Amla 10 gm, Neel पत्ती 100 gm Brahmi 50 gm, Gudahal Flower 50…

  • मुल्तानी मिट्टी से करें लेप, तो बुढापा रहेगा दूर

    मुल्तानी मिट्टी से करें लेप, तो बुढापा रहेगा दूर

    पुराने समय में लोग मुल्तानी मिट्टी पूरे शरीर में लगाते थे। ये प्रयोग त्वचा रोग या स्किन पप्रोब्लम मिटाता है। आयुर्वेद में इसे मृदा स्नान चिकित्सा बताया गया है। मुल्तानी मिट्टी को अंग्रेजी में फुलर्स अर्थ (Fuller’s Earth) कहते हैं। यह मैग्निशियम क्लोराइड का भंडार है, इसके अतिरिक्त इसमें सिलिका, आयरन और कैल्शियम पाया जाता…

  • सुबह यदि पेट साफ एक बार नहीं होता, बार बार जाना पड़ता है वॉशरूम, तो करें आयुर्वेदिक इलाज !

    सुबह यदि पेट साफ एक बार नहीं होता, बार बार जाना पड़ता है वॉशरूम, तो करें आयुर्वेदिक इलाज !

    आज के समय में कब्ज के कारण हर कोई परेशान है। ज्यादातर लोगों को 2 से 3 बार फ्रेश होने जाना पड़ता है उसके बाद भी मल बंधकर नहीं आता, तो आपको रोज रात एक से दो गोली अमृतम टेबलेट की सादे जल से लेना शुरू के देना चाहिए। Amrutam टेबलेट पेट में सड़ रहे…

  • नजला,साइनस,जुकाम का शर्तिया इलाज मिल गया है।जाने साइनस के लक्षण और इलाज…….

    नजला,साइनस,जुकाम का शर्तिया इलाज मिल गया है।जाने साइनस के लक्षण और इलाज…….

    साइनस एक तरह से सर्दी-जुकाम की समस्या है। ये विकार पुराना होने पर नाक की छिद्र नलिकाओं में सूजन आने लगती है। आयुर्वेदिक शास्त्रों में इस नाक के रोग को प्रतिश्याय नाम से जाना जाता है। आयुर्वेद शास्त्र चरक, सुश्रुत सहिंता में भी साइनस या नजला यानी प्रतिश्याय को नव प्रतिश्याय (एक्यूट साइनुसाइटिस) और पक्व…

  • खट्टी डकारें, अपच मिटाते हैं-13 मसाले

    खट्टी डकारें, अपच मिटाते हैं-13 मसाले

    जाने- रोगनाशक मसालों के बारे में… खट्टी डकारें, अम्लपित्त, पित्तदोष, त्रिदोष, गैस, कब्ज, एसिडिटी, यकृत की कमजोरी, कर्कट रोग (कैंसर), पेटदर्द, आँतों की खराबी और पेटदर्द आदि अनेक पेट/उदररोग से मुक्ति दिलाकर इम्युनिटी बढ़ाते हैं– भारतीय आयुर्वेदिक 13/तेरह मसाले…… अतः सब्जी के साथ दम से खाएं। क्योंकि सब्जी में सबका जी रहता है। पाचनतंत्र के…

  • पेट की सफाई कैसे रखें..

    पेट की सफाई कैसे रखें..

    पेट खराबी, कब्ज, गैस की समस्या से होते हैं- 25 तरह के खतरनाक रोग…. आयुर्वेद की कभी भी कोई भी जड़ीबूटी, देशी दवा या घरेलू उपायों से हो सकता है-शहर्रिर को भारी नुकसान। अतः बिना जाने-समझे, सन्दर्भ ग्रन्थ पढ़े बिना कतई भरोसा न करें। आजकल गूगल पर अनेको भ्रमित करने वाली जानकारियों का भंडारण हो…

  • आयुर्वेद के अनुसार सिरदर्द और अनेक बीमारियों की वजह क्या है?..

    आयुर्वेद के अनुसार सिरदर्द और अनेक बीमारियों की वजह क्या है?..

    सिरदर्द, नसों में धीमा रक्त संचार और दिमागी मांसपेशियां कमजोर हों, तो योगा करने के बाद सीधी नाक से गहरी-गहरी श्वांस नाभि तक ले जाकर सीधी नाक से ही शनै-शनै ही छोड़े। ऐसा दिनभर में 200 से 300 बार दोहराएं आपकी दिमागी तकलीफ 100 फीसदी मिट जाएगी। शरीर में प्राणवायु अर्थात ऑक्सीजन की पूर्ति होने…

  • तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से होते हैं ये 52 चमत्कारी फायदें, लेकिन नुकसान भी हो सकता है- जानें…

    तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से होते हैं ये 52 चमत्कारी फायदें, लेकिन नुकसान भी हो सकता है- जानें…

    ताम्बे के बर्तन में रात को रखा गया सादा जल ही सुबह उठकर पीने से तन-मन की मलिनता मिट जाती है। अमृतमपत्रिका, ग्वालियर मप्र आयुर्वेद चंद्रोदय, चरक सहिंता, धन्वंतरि निघण्टु के अनुसार अकेला पानी भी प्रतिरक्षा तन्त्र को बहुत मजबूत कर देता है। पानी पीने से शरीर के 100 से अधिक विकार मूत्र विसर्जन के…

  • कोविड के बाद बालों को बचाने एवं रक्षा के… 20 इलाज….

    कोविड के बाद बालों को बचाने एवं रक्षा के… 20 इलाज….

    क्या कोरोना संक्रमण के पश्चात आपके बाल झड़ने की समस्या विकराल रूप से बढ़ी है। कौनसी हैं वे ग्यारह वजह! जाने रोगनाशक, राहतकारी बीमारी का उपचार… इस महामारी में बालों की भी बीमारी दिनोदिन फैल रही है। कोविड के बाद बाल झड़ने-टूटने, रूसी-खोंची, डेन्ड्रफ, दोमुंहे केश, केशझड़न, खालित्य-पालित्य, गंजापन, रूखे-रंगहीन बालों की समस्या से क्या…

  • औषधि जूस घर में निकाल कर ही पियें….

    औषधि जूस घर में निकाल कर ही पियें….

    गिलोय, जामुन, तुलसी, एलोवेरा इनके घर में बनाये या निकले हुए ताजी जूस-रस को ही पीना चाहिए। बाजार से खरीदे गए जूस अत्याधिक हानिकारक है। पैक जूस को सुरक्षित रखने के लिए इसमें बहुत अधिक मात्रा में रसायनिक तत्व मिलाए जाते हैं। ये प्रिजर्वेटिव आँतों एवं यकृत को अत्यंत नुकसान पहुंचाने वाले होते हैं। इन…