Month: March 2020

  • मौसम की मार है-कोरोना वायरस शिशिर ऋतु में बदलते मौसम के साथ सर्दी-खाँसी,जुकाम होना स्वाभाविक है।

    मौसम की मार है-कोरोना वायरस शिशिर ऋतु में बदलते मौसम के साथ सर्दी-खाँसी,जुकाम होना स्वाभाविक है।

    [responsivevoice_button] लोजेन्ज माल्ट- 19 प्रकार विकारों को दूर करता है.. Lozenge Malt- an Ayurvedic Remedy for Lungs & Respiratory Health कोरोना का क्लेश इससे छुटकारा पाने के लिए अमृतम “लोजेन्ज माल्ट” का सेवन करें। इसमें डाले गए घटक द्रव्य फेफड़ों व छाती के अनेक अज्ञात और अहित करने वाले 19 (उन्नीस) तरह के श्वांस विकारों…

  • कोरोना वायरस के लक्षण

    कोरोना वायरस के लक्षण

    [responsivevoice_button] अमॄतम पत्रिका का यह लेख  प्राचीन पुस्तकों, ग्रन्थ-पुराणों  एवं ज्योतिष शास्त्रों से संग्रहित  किया गया है- नये-नये वायरस संक्रमण। चीन में खतरनाक वायरस। कोरोना वायरस। Corona virus|china virus क्यों फैल रही हैं- कोरोना वायरस जैसी ये खतरनाक बीमारियां- आयुर्वेद के अगदतंत्र में इस तरह के मृत्यु दायक, मौत के मुख में  तुरन्त पहुंचाने वाली बीमारी या  संक्रमण/वायरस को विष/विषैला/ …

  • !!सत्यमेव जयते नानृतम!!

    [responsivevoice_button]          ★★★ ॐ ★★★ !!हर शब्द अमॄतम!!   जरा, होले-होले चलो मोरे सजना…. ये है, तो एक बहुत पुराना गीत, लेकिन इसमें जीवन का सार– जीवन के पार का रहस्य छुपा हुआ है:- अविलंबेन  संसिद्धो   मान्त्रिकैराप्यते  यशः! विलम्बे कर्मबाहुल्यमं   विख्याप्याSवाप्यते धनम् !! -सुभाषितरत्नाकर ग्रन्थ से साभार… इस श्लोक का अर्थ है- तन्त्र-मन्त्र-यंत्र यानि…

  • टॉन्सिल्स में हितकारी है- अमलताश के काढ़े का गरारा

    टॉन्सिल्स में हितकारी है- अमलताश के काढ़े का गरारा

    [responsivevoice_button] एक गिलास दूध में अमलताध फली का 2 इंच लम्बे टुकड़ा करीब 10 ग्राम काटकर दूध के साथ उबालें और उससे गरारा करें। टॉन्सिल्स, गले का दर्द, गले की सूजन, खराश, सुखी खांसी, फेफड़ों में जमा हुआ कफइसके नियमित प्रयोग से ठीक हो जाता है। यह गले की खराबी का बेहतरीन घरेलू उपाय एक…

  • क्यों महत्वपूर्ण है एक्टिव लिवर?

    [responsivevoice_button] क्यों महत्वपूर्ण है एक्टिव लिवर आयुर्वेदिक विज्ञान तथा आधुनिक मेडिकल साइंस के अनुसार मानव  शरीर में लीवर लगभग 300 से ज्यादा विभिन्न प्रकार के कार्य हमारे शरीर  में करता है।  जैसे- विषाक्त पदार्थ को अलग करना, ग्लूकोज को ऊर्जा में बदलना, रक्त में शर्करा को नियंत्रण करना, प्रोटीन पोषण की मात्रा को संतुलन करना। जब…

  • अमॄतम आयुर्वेद बचा सकता है-कोरोना वायरस से…….

    अमॄतम आयुर्वेद बचा सकता है-कोरोना वायरस से…….

    [responsivevoice_button] फ्लू की माल्ट/ Flu key malt  55 जड़ी-बूटियोंके गुणों वाली से परिपूर्ण  कोरोना नाशक आयुर्वेदिक औषधि है। आज ही ऑनलाइन मंगवाएं www.amrutam.co.in असरकारक प्राकृतिक ओषधियों से मिलकर बनी हुई हो ऐसी दवा है, जो इम्युनिटी को कई गुणा बढ़ा कर आपको कोरोना वायरस से बचाने के साथ-साथ अनेकों रोगों से लड़ने  की शक्ति प्रदान करता है और किसी…

  • अमॄतम परिवार की तरफ से कोटि-कोटि शुभकामनाएं। होली का यह लेख अवश्य पढ़ें। इस ब्लॉग में डिप्रेशन दूर करने वाले उपाय बताए हैं-

    अमॄतम परिवार की तरफ से कोटि-कोटि शुभकामनाएं। होली का यह लेख अवश्य पढ़ें। इस ब्लॉग में डिप्रेशन दूर करने वाले उपाय बताए हैं-

    होली की मुबारक….. ये रंग न जाने कोई जात, न कोई बोली, मुबारक हो आपको रंग भरी होली।   होली की हार्दिक शुभकामनाएं  उन लोगो को भी है,जो आये दिन  रंग बदलने में माहिर हैं। होली का उत्सव- उत्साह, उमंग, ऊर्जा,  उधम और ऊंटपटांग हरकतों के लिए  जाना जाता है। होली के दिन बोली में…..…

  • महिला दिवस पर नारियों को समर्पित..

    महिला दिवस पर नारियों को समर्पित..

              ★★★ॐ★★★ महिला दिवस पर नारियों को समर्पित.. मजाकिया लहजे में लिखा- यह लेख व्यंग्य, वैज्ञानिकता से भरा है। इसे पढ़ते-पढ़ते चेहरे पर मुस्कराहट आ ही जाएगी। कुछ देर के लिए हँसना, ठहाके लगाना आपकी मजबूरी होगी। स्वास्थ्यवर्द्धक भी है….. यह ज्ञान का यह पिटारा स्त्रियों के विश्वास में वृद्धि भी करेगा…  यह…

  • कई वायरस (विषाणु) प्रकारों का एक समूह है- कोरोनावायरस (Coronavirus)

    इस लेख का हर शब्द “अमॄतम” है… बीमारियों से विश्व में बर्बादी हो सकती है। एक शोध के मुताबिक  दुनिया के 20% लोग, अनेक रोग और कोरोना वायरस की चिकित्सा के कारण गरीबी रेखा से नीचे जाकर कंगाल हो चुके हैं। एक तुकबन्दी है– समझ-समझकर, समझ-समझना,  समझ-समझना भी एक समझ है। समझ-समझकर, जो न समझे,  मेरी समझ में वो नासमझ है। बुजुर्गों का…

  • जाने-केसर के चमत्कारी फायदे

    जाने-केसर के चमत्कारी फायदे

    केशर को saffron भी कहतें है। आध्यात्म कार्यों में कुम-कुम के नाम से अत्यधिक उपयोग होता है। जगतगुरु आदि शंकराचार्य ने लिंगाष्टकम में लिखा है कि- कुङ्कुमचन्दनलेपितलिङ्गं पङ्कजहारसुशोभितलिङ्गम्। सञ्चितपापविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम्।। अर्थात-शिंवलिंग पर प्रतिदिन कुम-कुम/केसर एवं चन्दन का लेप करने से सभी संचित पापों का जड़ से विनाश हो जाता है- और “अष्टदरिद्रविनाशितलिङ्गं“ यानि आठ तरह के दुख-दारिद्र, गरीबी…