Tag: आयुर्वेदिक
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पेट की सफाई कैसे रखें..
पेट खराबी, कब्ज, गैस की समस्या से होते हैं- 25 तरह के खतरनाक रोग…. आयुर्वेद की कभी भी कोई भी जड़ीबूटी, देशी दवा या घरेलू उपायों से हो सकता है-शहर्रिर को भारी नुकसान। अतः बिना जाने-समझे, सन्दर्भ ग्रन्थ पढ़े बिना कतई भरोसा न करें। आजकल गूगल पर अनेको भ्रमित करने वाली जानकारियों का भंडारण हो…
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आयुर्वेद के अनुसार सिरदर्द और अनेक बीमारियों की वजह क्या है?..
सिरदर्द, नसों में धीमा रक्त संचार और दिमागी मांसपेशियां कमजोर हों, तो योगा करने के बाद सीधी नाक से गहरी-गहरी श्वांस नाभि तक ले जाकर सीधी नाक से ही शनै-शनै ही छोड़े। ऐसा दिनभर में 200 से 300 बार दोहराएं आपकी दिमागी तकलीफ 100 फीसदी मिट जाएगी। शरीर में प्राणवायु अर्थात ऑक्सीजन की पूर्ति होने…
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अगर आप वर्क फ्रॉम होम हैं, तो आयुर्वेदिक दवा जरूर लेवें…
शरीर को अपार ऊर्जा देने वाली- शक्तिदाता हर्बल मॉल्ट के 23 से अधिक फायदे जाने। अमृतम गोल्ड माल्ट असरकारक ओषधि के साथ-साथ एक ऐसा अदभुत हर्बल सप्लीमेंट है, जो वर्क फ्रॉम होम में जो बच्चे कार्यरत हैं, उन्हें यह औषधि रोज जरूर लेना चाहिए। यह माल्ट रोगों के रास्ते रोककर सभी नाड़ी-तंतुओं को क्रियाशील कर देता है। अमृतम…
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बुढ़ापे की शुरुआत है-झुर्रियां…
इस लेख में झुर्रियां, दाग-धब्बे, कालापन से मुक्ति हेतु एक बहुमूल्य आयुर्वेदिक तेल कुंकुमादि तेल- kumkumadi oil के चमत्कारी फायदे पढ़े। आजमाएं यह बहुमूल्य और महंगा ऑयल… कुंकुमादि तेल को आयुर्वेद ग्रन्थों में केशर तेलम के नाम से जाना जाता है। यह केशर सहित ५० से अधिक कुदरती तत्वों का एक बहुत ही कीमती अद्भुत मिश्रण से…
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मात्र आयुर्वेद दवाओं से ही मिटाया जा सकता है-अर्श, पाइल्स। जाने- बवासीर के 153 लक्षण व कारण-
अर्श-बवासीर की परेशानी की वजह से कोई भी पीड़ित अच्छे मन या ठीक ढंग से कोई कार्य नहीं कर पाते, इस वजह से भाग्यशाली मनुष्यों की भी तकदीर खराब हो जाती है। पाइल्स की बीमारी से रोगी दुर्भाग्य का शिकार हो जाता है। (वैद्यक चिकित्सा सार शास्त्र) बवासीर से राहत पाने के लिए एक अदभुत ओषधि तेल का उपयोग…
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फेफड़ों/लंग्स की खराबी के कारण बढ़ रहीं है-हजारों बीमारियां। आलस्य की मुख्य वजह भी है कफदोष…
फेफड़ों /लंग्स की खराबी एवं कफ बढ़ने से होते है 45 से ज्यादा रोग। यह लेख काफी लंबा है। इसे आयुर्वेद के लगभग ८८ प्राचीन ग्रन्थ-शास्त्र, उपनिषदों से संकलित किया है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए सहायक है। कफ-कोप का समय, कारण, लक्षण, कफ रोग की पहचान (सिम्टम्स) और उपचार, निदान। सर्दी-खांसी, जुकाम एवं ५ प्रकार का फेफड़ों…
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22 तरह के ज्वर/मलेरिया, डेंगू फीवर का शर्तिया आयुर्वेदिक इलाज-फ्लूकी माल्ट…
दुनिया में अधिकतर 80 से 90 फीसदी मरीजों में ज्वर/फीवर की वजह संक्रमण (Infection) है! लगातार पेट की खराबी भी ज्वर की उत्पत्ति करता है। आधि- व्याधि की वजह क्या है…. वैद्याः वदन्ति कफपित्तमरुद्विकारान् ज्योतिर्विदो ग्रहगतिं परिवर्तयन्ति । भूताभिषंग इति भूतविदो वदन्ति प्रारब्धकर्म बलवन्मुनयोः वदन्ति।। अर्थात- अस्वस्थ्य या पीडा होने पर वैद्य कहते हैं कि…
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घरेलू उपायों से भी बालों को काला किया जा सकता है। बनाये यह देशी काढा…
बाल काले करने वाले मुख्य घटक इस प्रकार हैं… रतनजोत, मेथीदाना, कलौंजी, आँवला, शिकाकाई, मेहंदी, नागरमोथा, विभितकी तथा जटामांसी इन सभी को सम्भाग लेकर.. 16 गुना पानी में 36 घण्टे तक किसी लोहे की कढ़ाही में गलने देंवें। फिर इसे एक चौथाई रहने तक उबालकर छाने। छानने के बाद इसमें 5 ग्राम जमालघोटा मिलाकर इस…
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चुटकी भर राई से करें करोड़ों की कमाई…
दुर्भाग्य-दरिद्रता भी मिटाती है-राई राई का कमाल, जो कर देगा निहाल… राई द्वारा बुरी नजर भी उठाने की परंपरा भी पुरानी है। राई भी एक प्राकृतिक ओषधि है। जाने-क्यों कैसे?.. राई काली, पीली और लाल तीन तरह की होती है। राजी, राजिक, तीक्ष्णगन्धा, क्षुज्जनिका, आसुरी, क्षव, क्षुताभिनजक, कृमिका, कृष्ण सर्षप ये राई के संस्कृत नाम है।…
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क्या दुबलेपन, कमजोरी, शारीरिक क्षीणता आदि समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है। जाने एक असरकारक आयुर्वेदिक ओषधि..
आयुर्वेद के कुछ प्राचीन ग्रन्थों में दुबलेपन को दूर करने हेतु कुछ घरेलू उपायों तथा खानपान में बदलाव के तरीके बताए हैं। देखें चित्र… आयुर्वेद की 5000 वर्ष पुरानी पुस्तकों से खोजकर अमृतम कम्पनी द्वारा एक देशी अवलेह चटनी के रूप अमृतम गोल्ड माल्ट (स्वर्णभस्मयुक्त) में प्रस्तुत किया है। यह मेटाबोलिज्म को करेक्ट कर प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करने…