जिसे खोजा है-
अमृतम ने प्राचीन 50 पुस्तको से…
प्राकृतिक प्रयास, आसन का अभ्यास,
व्यायाम-प्राणायाम, योग-ध्यान और
कसरत की हसरत पूरी करके दशरथ
रूपी शरीर को अवसादग्रस्त यानि डिप्रेशन
से बचाया जा सकता है।
मानसिक विकारों से बचने के लिए
आयुर्वेदिक चिकित्सा सर्वश्रेष्ठ उपाय है।
आयुर्वेद द्वारा आत्मबल की अभिवृद्धि
करके एवं आत्मविश्वास के अनुभव से भी व्यक्ति असंतुलित, अवसादग्रस्त टूटे, कमजोर
मन को कंट्रोल कर सकता है।
ये दोनों शुद्ध आयुर्वेदिक दवाएँ-
मानसिक शांति हेतु 24 कैरेट गोल्ड
प्योर हर्बल मेडिसिन फार्मूला है,
जो मन को बेचैन करने वाली क्रियाहीन कोशिकाओं को क्रियाशील बनाता है।
अमृतम ओषधियाँ सभी के लिए
इम्युनिटी बूस्टर,
स्वास्थ्य रक्षक औऱ
दिमाग का सेतु है।
हमारा विश्वास है कि मस्तिष्क विकारों में
का चयन ही आपको चैन देगा।
दिमाग की चाबी है-ब्रेन की गोल्ड
नवयुवकों-युवतियों अर्थात न्यू जनरेशन डिप्रेशन के इम्प्रेसन से दुखी है, तो इसे
सुबह खाली पेट गर्म दूध के साथ लेवें,
अन्यथा गर्म पानी में मिलाकर चाय की
तरह भी ले सकते है।
सेवन विधि-
ब्रेन की गोल्ड को कम से कम तीन
महीने तक लगातार लेना आवश्यक है।
इसे दिन में 3 से 4 बार तक लिया जा
सकता है।
भय को भगाओ-
© ज्यादा तनावग्रस्त लोग 95 फीसदी
सफल नहीं हो पाते।
© 49 फीसदी लोग तनाव के कारण
नोकरी छोड़ देते हैं
© अस्वस्थ आदमी 5 घंटे से ज्यादा काम
करने पर थकावट महसूस करता है।
© कुछ लोग अति अवसादग्रस्त ग्रस्त
होने से आत्महत्या की सोचने लगते हैं।
क्यों बढ़ रहा है आत्महत्या का आंकड़ा?...
“आयुर्वेद और मानसिक स्वास्थ्य“
पुस्तक के अनुसार
सफलता व अनुशासन के लिए मानसिक सुकून, तनावरहित एवं वेफ़िक्र होकर स्वस्थ्य रहना आवश्यक है।
मनोविज्ञानी रिसर्च के हिसाब से तन-मन से प्रसन्न खुश व्यक्ति दूसरे लोगों की अपेक्षा
65 से 80 प्रतिशत शुद्ध सात्विक भोजन
ग्रहण कर नित्य व्यायाम करने वाले
30 से 35 प्रतिशत अधिक मेहनत
करने में सक्षम होते हैं।
मन के लिए श्रीरामचरितमानस (रामायण)
का एक दोहा भी ज्ञानवर्द्धक है-
मन मलिन, तन सुन्दर कैसे,
विष रस भरा कनक घट जैसे। (तुलसी)
भावार्थ- मन की मलिनता अनेक रोगों की जन्मदाता है। कनक का अर्थ स्वर्ण या सोने से है। मन की पवित्रता से ही तन
स्वस्थ्य रह सकता है।
■ मन की अशांति हो अलविदा
रहस्योपनिषद के अनुसार–
मन की अशान्ति, तनाव अनेक मानसिक विकारों को आमंत्रित करती है। मन को
शान्त रखने का प्रयास करें।
प्रयास से ही प्राणी वेद व्यास
जैसा ज्ञानी बन पाता है….
■ दुःख, तो दूर हो सकता है किन्तु
भय से भरे व्यक्ति की रक्षा कोई कर
ही नहीं सकता।
■ मस्तिष्क में जागरूकता बढ़ाये
ब्रेन की भुलक्कड़पन दूर कर बुद्धि
को तेज़ औऱ याददास्त (मैमोरी)
वृद्धिकारक है।
◆ मनोरोगियों, मिर्गी, पागलपन से
पीड़ित व्यक्तियों के दिमाग में कमजोर
रक्तग्रंथियो में रक्तसंचार सुचारू कर
दिमाग की शिथिल कोशिकाओं को जाग्रत करना इसका मुख्य कार्य है।
पढ़ाई कर रहे बच्चों के लिए…
अध्ययन रत बच्चों, विद्यार्थियों के
मन-मष्तिष्क में अशांति का अन्त
औऱ शांति की स्थापना करने में
सहायक सप्लीमेंट है।
पढ़ते-बढ़ते बच्चों के दिमाग को
शार्प माइंड (sharp mind) बनाने
के लिए यह अद्भुत आयुर्वेदिक ओषधि है।
मन -1मस्तिष्क को मस्त बनाएं-
ब्रेन की गोल्ड माल्ट
इसमें ■आंवला, ■सेव, ■गुलकन्द
■हरड़ मुरब्बे का मिश्रण है।
जो पेट के लिए ज्वलनशील नहीं है।
अवसाद, अशान्ति का अन्त,
उपाय-उपचार कैसे होगा?…
ब्रेन की गोल्ड माल्ट/ ब्रेन की गोल्ड टेबलेट
से तन औऱ मन उत्तरोत्तर शुद्ध होते जाते हैं।
3 माह तक नियमित सेवन करने से यह बिचलित, भटकते एवं मलिन मन पर नियंत्रण
कर लेता है। मन सत्व गुण से प्रभावित होने लगता है। इसके उपयोग से हमारी मूल चेतना या आत्मा की झलक मन पर पड़ती है,
तो मन सात्विक तथा अच्छा हो जाता है।
डिप्रेशन नाशक जड़ीबूटियां.…
आयुर्वेद में ब्राह्मी, शंखपुष्पी को सर्वश्रेष्ठ सात्विक जड़ी कहा है,
जो मन व मानसिक विकार उत्पन्न
करने वाली ग्रन्थियों को फ़िल्टरकर
अवसाद (डिप्रेशन) से मुक्त कर देती हैं।
ब्रेन की गोल्ड माल्ट में मिलाया
आवलां मुरब्बा, हरड़, अमलताश आदि मेटाबोलिज्म व पाचन क्रिया ठीक करने
में मदद करता है।
दालचीनी, अश्वगंधा, त्रिकटु जैसी
जड़ीबूटियां रोगप्रतिरोधक क्षमता
यानि इम्युनिटी बढ़ाने में कारगर होने
ब्रेन की गोल्ड माल्ट में मिलाई गई हैं।
जड़ीबूटियों के प्रकाण्ड जानकर
आयुर्वेदाचार्य श्री भंडारी के अनुसार
पेट की खराबी से ही मन की बर्बादी
होती है। अनेक तरह के भय-भ्रम, चिन्ता, मस्तिष्क रोग रुलाने लगते हैं।
ब्रेन की गोल्ड माल्ट & टेबलेट
एक बैलेंस हर्बल फार्मूला है इन दोनों में
50 से अधिक हर्बल मेडिसिन का मिश्रण है।
मन को अमन देने एवं तन को पतन से बचाने के लिए के लिए यह बहुत ही लाभदायक है।
अवसाद की आहट से बचने तथा
आयुर्वेद के ज्ञान वृद्धि हेतु “अमृतम“
की वेवसाइट पर पिछले लेखों का अध्ययन करें
जैसे-विष ही विषम है-—
शान्ति का साम्राज्य-
आयुर्वेद और आध्यात्मिक आदेशो के अनुसार-
सुख-दुःख भुगतकर ही मन-मस्तिष्क की मलिनता को मिटाया जा सकता है।
सुख-दुःख जब शुद्ध होकर आदमी को अप्रभावित करने लगें, तभी समझना
चाहिए हम अवसाद से मुक्त हैं।
हमारे तन-मन में, तभी शान्ति की
स्थापना हो पाती है।
“ब्रेन की गोल्ड माल्ट& टेबलेब”
मन को प्राणेंद्रियों यानि कर्मेंद्रियों के
प्रभाव से मुक्त कर ब्रेन को चेतन्य
करता है।
कॉस्मिक आइडिएसन से चेतना
शक्ति, ऊर्जा-उमंग भर देता है।
ब्रेन की गोल्ड तीन महीने से सेवन
करने से पुराने निगेटिव विचार तेजी
से नष्ट होने लगते हैं।
ब्रेन की गोल्ड माल्ट & टेबलेट
“डिप्रेशन का ऑपरेशन” करने वाली
24 कैरेट गोल्ड दवाई है।
ब्रेन को प्रभावशाली बनाने वाली
केमिकल रहित हर्बल ओषधि है।
बुद्धि में बल की अभिवृद्धि हेतु विलक्षण है।
ब्राह्मी, शंखपुष्पी, बादाम, मुरब्बा युक्त
ब्रेन की गोल्ड..
निगेटिव सोच से उत्पन्न
‘अशान्ति का अन्त”
करने वाली एक हर्बल मेडिसिन बुद्धि
में बाधक, विकारों का जड़मूल से नाश
करता है। ऊर्जा, उमंग, उत्साहवर्द्धक
देशी दवा है, जो विवेक- बुद्धि का बल
बढ़ाकर दिमाग के हर भाग को झंकृत
कर देती है।
गुणवत्ता युक्त जड़ीबूटियों तथा प्राकृतिक
ओषधियों के काढ़े से बनी यह दवा दिमागी
कोशिकाओं को जीवित व जाग्रत कर
मन प्रसन्न, तन तरोताज़ा बनाती है।
जिससे मनोबल बढ़ता है।
कोरोना जैसे संक्रमण, वायरस का
भय नहीं सताता।
पैकिंग 200 एवं 400 ग्राम कांच जार में
ब्रेन की गोल्ड टेबलेट पैकिंग-30 गोली
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भगवान का भरोसा क्यों जरूरी-
कैसे हो ईश्वर प्रसन्न…
अपने देश को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करें-
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