Month: June 2019

  • हेमकुण्ड साहिब के बारे में एक अत्यंत मार्मिक कथा। जिसे पढ़कर…..आँखे नम – तो हो ही जाएंगी

    हेमकुण्ड साहिब के बारे में एक अत्यंत मार्मिक कथा। जिसे पढ़कर…..आँखे नम – तो हो ही जाएंगी

    सदगुरु मैं तेरी पतंग,  हवा बिच उड़ती जावां रे…..   ¶¶-  सन 1930 में खोजा गया था….. हेमकुण्ड साहिब गुरुद्वारा   ¶¶–  कैसे हुई खोज? गुरुगोविन्द सिंह जी के पूर्व जन्म की अचंभित हो जाएंगे, यह जानकर कि..         “गुरुगोविन्दसिंह जी” के परिवार के त्याग की वजह से दुनिया के 108 गुरुद्वारे 300 साल…

  • बालों की कुदरती दवा

    बालों की कुदरती दवा

    हमारा सिर ही सन्सार का सार है सिर और सिर का सार क्या है- देह यानि शरीर के सबसे ऊपरी हिस्से को सिर कहा जाता है। हमारा सिर ही तन और मन को चलाता है। ज्ञान-बुद्धि, विवेक,दिमाग, अक्ल,शिक्षा और समझाइश सब सिर में ही समाहित रहती है। सिर ही हमे सरताज बनाता है। नई सोच-नई खोज,…

  • जाने इंसान का धर्म क्या है? जिन्दगी जीने के लिए जरूरी हैं-चार पुरुषार्थ। सर्वप्रथम धर्म के बारे में समझे !

    जाने इंसान का धर्म क्या है? जिन्दगी जीने के लिए जरूरी हैं-चार पुरुषार्थ। सर्वप्रथम धर्म के बारे में समझे !

    आपको मालूम है कि- इंसान का पहला पुरुषार्थ क्या है- पार्ट -1 【भाग-1】 भगवान विष्णु ने जब सृष्टि रचना कि, तो मानव जाति के सुखी और सम्पन्न जीवन हेतु कुछ नियम-धर्म स्थापित किये थे। जिसमें धर्म-अर्थ-काम-मोक्ष इन चतुर्थ पुरुषार्थ के विषय में वेद-पुराण, ग्रंथो में इनका विस्तृत वर्णन है। सुखमय जीवन के लिए शास्त्रों में धर्म-अर्थ-काम-मोक्ष इन चार…

  • फूलों से भगाएं बीमारी

    फूलों से भगाएं बीमारी

    पुष्प भी हैं ओषधियाँ…. मानसिक तकलीफों को मिटाते हैं- फूलों से माला बनती है।  ललितासहस्त्रनाम…. नामक ग्रन्थ में माला की परिभाषा दी है। ‘मां शोभां लातीति माला’ अर्थात – जो शोभा, सुन्दरता बढ़ाये, वह माला है। पूजा में माला का बहुत महत्व है। पंचमहाभूतों में यह पृथ्वीतत्व का प्रतीक है। कुलार्णव तन्त्र में उल्लेख है कि शिंवलिंग…

  • फेस क्लीनअप’…… एक कम्प्लीट हर्बल लिक्विड उबटन। आयुर्वेद का 5000 साल पुराना फार्मूला…एक बार आजमाकर देखें।

    फेस क्लीनअप’…… एक कम्प्लीट हर्बल लिक्विड उबटन। आयुर्वेद का 5000 साल पुराना फार्मूला…एक बार आजमाकर देखें।

    औषधीय काढ़े से बना लिक्विड हर्बल उबटन सोलह श्रृंगारों में से एक एक कम्प्लीट      ।।अमृतम।।  “फेस क्लीनअप” अब कुछ भी मिलाने की झंझट खत्म।   अमृतम ने खोजा.. फेस उबटन ….बनाने का प्राचीन तरीका  सुन्दरता, खूबसूरती के लिए आदिकाल से बहुत तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट यानी सौन्दर्य प्रसाधन के प्रयोग किये जा रहे हैं, लेकिन…

  • प्रेम के महाप्रलय की महिमा। यह लेख कुछ दार्शनिक है….

    प्रेम के महाप्रलय की महिमा। यह लेख कुछ दार्शनिक है….

    प्रेम करने वाली युवा पीढ़ी  इस ब्लॉग को अवश्य पढ़ें….. इसे शान्तिपूर्वक 2 या 3 बार पढ़े, पिछला लेख भूख के बारे में था “योगेश्वर की योगमाया”  ग्रन्थ में लिखा है कि.. भूख या तो पेट की होती है या फिर वासना की। महत्व “पैसे की भूख” का भी  कलयुग में कम नहीं रहेगा…..   भूख के बाद फिर क्या? भूख की सबसे…

  • क्या भूख पर अंकुश लगाया जा सकता है?

    क्या भूख पर अंकुश लगाया जा सकता है?

    “पापी पेट“ की निरन्तर भक्षण-प्रक्रिया की तुष्टि के लिए निरन्तरता के संघर्ष ही सार्थक हो सकते हैं। काम बंद, तो काम खत्म…भूख ही हमसे काम करने पर मजबूर करती है   ■ भूख की तुष्टि हो जाये अथवा वह शेष ही न रहे तो श्रम को विराम मिल जाएगा। और यदि…. ■■ श्रम-परिश्रम को विराम मिला…

  • अब एक्टिव आयुर्वेद का जमाना है….

    अब एक्टिव आयुर्वेद का जमाना है….

    हम आयुर्वेद की एक लाख पुरानी पध्दति को द्वारा खंगाल रहै हैं। हमने देखा कि प्राचीन काल में हमारी दादी, नानी, बुआ, मौसी, चाची, ताई, बड़ी अम्मा, छोटी अम्मा, आदि के बाल बहुत लंबे, घुंघराले, चमकदार, काले और सुंदर हुआ करते थे। कइयों के केश, तो अंतिम समय तक काले भी रहते थे। इन सब…

  • भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति

    भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति

    शिव पुराण के अनुसार मुरलीवाला भी भोलेनाथ के परम उपासक था… श्रीकृष्ण का गुरुमंत्र भी शिवमन्त्र ही था। वह कौन सा गुरुमन्त्र था?  यह लेख कभी विस्तार से किसी ब्लॉग में अलग से दिया जाएगा। फिलहाल शिवपुराण के अनुसार द्वारकाधीश की अटूट शिव भक्ति पढ़ें   श्रीमद् भगवत्गीता में भगवान श्रीकृष्ण जी अर्जुन को परमहित, सर्वहित ऐश्वर्य की…

  • शिवो भूत्वा शिवं यजेत् शिव हो जाओ

    शिवो भूत्वा शिवं यजेत् शिव हो जाओ

    कैसे करे महाकाल को प्रसन्न……. जाने बहुत आसान उपाय “शिवो भूत्वा शिवं यजेत्”– अर्थात- शिव होकर ही शिव का पूजन कीजिये। शिव पूजन करते-करते ऐसा महसूस करें या अनुभव हो कि मैं शिव हो गया हूं। महादेव की अथवा अन्य देवताओं की पूजा करते समय उसी जैसे हो जाओ। इस समर्पण से की गई पूजा उपासना की सर्वोच्च…